Grade-6 Hindi (रोली) सोना - अभ्यास
सोना
(रेखाचित्र – महादेवी वर्मा)
शब्दार्थ
(Word Meanings)
शैशवावस्था = बचपन,
बाल्यावस्था (childhood);
शावक = शिशु, पशु का बच्चा (fawn, young one of an
animal);
व्यथा-कथा = दुखभरी
कहानी (painful
story);
निष्ठुरता = कठोरता,
क्रूरता, निर्दयता (cruelity);
दुर्लभ = जो आसानी से
न मिले (rare,
that can't be get easily);
अथाह = जो बहुत गहरा
हो अतिगूढ़, गंभीर
( very
deep);
परिक्रमा = चारों ओर
घूमना या चक्कर लगाना (rotation)
कोलाहल हल्ला,
शोर (chattering);
ग्रीष्मावकाश = गरमी
की छुट्टियाँ (summer vacation);
सुडौल मज़बूत (well-figured);
संरक्षण = देखरेख (care);
स्निग्ध = चिकना (smooth);
रुष्ट = नाराज़ (annoyed);
संकुलता = घनापन,
परिपूर्णता (wholeness);
मेस = सामूहिक रसोईघर (a
big kitchen);
तन्मय = तल्लीन,
दत्तचित्त (involved);
नवीन = सृष्टि नवजात (new
born);
मौखिक प्रश्न
1. सोना किसका नाम था ?
उत्तर - सोना मृग शावक
का नाम था।
2. मृगी माँ ने अपने बच्चे को कहाँ छिपा लिया था?
उत्तर - मृगी माँ ने
बच्चे को अपने शरीर की ओट में छिपा लिया था।
3. शावक को लेखिका के पास कौन लाया?
उत्तर - शावक को
लेखिका के पास एक बालिका ले आई।
4. महादेवी ने सोना को पालने के लिए क्या-क्या
किया?
उत्तर - महादेवी ने
सोना को पालने के लिए दूध पिलाने की शीशी, ग्लूकोज़, बकरी का दूध आदि की व्यवस्था की।
5. सोना को किसके साथ खेलना पसंद था ?
उत्तर - सोना को छोटे
बच्चों के साथ खेलना पसंद था।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. छात्रावास की छात्राएँ सोना का श्रृंगार कैसे
करती थीं?
उत्तर - छात्रावास की
छात्राएँ सोना के माथे पर बड़ा-सा कुमकुम का टीका लगाकर और गले में रिबन बाँधकर
सोना का शृंगार करती थीं।
2 सोना लेखिका के प्रति स्नेह प्रदर्शन कैसे
करती थी?
उत्तर - लेखिका के
प्रति अपने से स्नेहा का प्रदर्शन सोना इस प्रकार करती थी-
1. बाहर खड़े होने पर छलांग लगाकर लेखिका के सिर के ऊपर से
दूसरी और निकल जाना।
2. भीतर रहने पर लेखिका के पैरों से अपना शरीर रगड़ना।
3. लेखिका की साड़ी का छोर में भर लेना।
4. चुपचाप खड़े होकर लेखिका की चोटी चबा डालना।
3. फ़्लोरा के बच्चे सोना के उदर में दूध क्यों
खोज रहे थे?
उत्तर - फ़्लोरा के
बच्चों की आंखें अभी तक खुली नहीं थी इसलिए वह सोना के उदर में दूध खोज रहे थे।
4. फ़्लोरा अपने बच्चों को सोना के संरक्षण में
छोड़कर क्यों चली जाती थी?
उत्तर - फ़्लोरा अपने बच्चों को सोना के संरक्षण में
छोड़कर चली जाती थी क्योंकि वह सोना की स्नेही और अहिंसक प्रकृति से परिचित थी।
5 सोना अन्य पालतू जीवों के साथ कैसे खेलती थी?
उत्तर - सोना घास पर
लेट जाती और कुत्ते-बिल्ली उस पर उछलते-कूदते रहते। कोई उसके कान खींचता,
कोई पैर और जब वे इस खेल में तन्मय हो जाते तब वह अचानक
चौकड़ी भरकर भागती और वे गिरते पड़ते उसके पीछे दौड़ लगाते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type
Questions)
1. लेखिका के भोजन के समय सोना की क्या
प्रतिक्रिया होती थी?
उत्तर- भोजन के समय
सोना लेखिका के साथ तब तक सटकर खड़ी रहती जब तक खाना समाप्त ना हो जाता। लेखिका उसे कुछ चावल,
रोटी और कच्ची सब्जी खाने के लिए देती थी।
2. बद्रीनाथ यात्रा से लौटने पर सभी पालतू जीवों
ने लेखिका का स्वागत किस प्रकार किया?
उत्तर - बद्रीनाथ
यात्रा से लौटने पर फालतू जीवो ने लेखिका का स्वागत इस प्रकार किया-
1. गोधूलि कूद कर लेखिका के कंधे पर आ बैठी।
2. हेमंत और वसंत लेखिका के चारों ओर परिक्रमा करके हर्ष
ध्वनियों से उनका स्वागत करने लगे।
3. सोना की मृत्यु कैसे हुई और क्यों?
उत्तर - लेखिका के
जाने के बाद माली ने सोना को एक लंबी रस्सी से बांधना शुरू कर दिया ताकि वह
कंपाउंड से बाहर ना निकल पाए। एक दिन बंधन
की सीमा भूल कर वह बहुत ऊँचाई तक उछली और रस्सी के कारण मुंह के बल धरती पर आ
गिरी। वही उसकी अंतिम सांस और अंतिम उछाल
थी।
4. सोना की शारीरिक एवं स्वाभाविक विशेषताओं का
वर्णन कीजिए।
उत्तर - सोना की
शारीरिक एवं स्वाभाविक विशेषताएं निम्नलिखित हैं -
शारीरिक विशेषताएँ-
1. सोना की टांगे सुडौल थी।
2. उसके खुरों में कालेपन की चमक थी।
3. उसकी पीठ चिकनी और भराववाली थी।
4. उसकी आंखें ऐसी लगती थी मानो काजल लगी हुई हों।
5. उसकी दृष्टि ऐसी थी मानो नीलम के पलकों में उजली चमक हो।
स्वाभाविक विशेषताएँ-
1. स्नेही स्वभाव।
2. अहिंसक प्रकृति।
3. उसे छोटे बच्चों के साथ खेलना अधिक पसंद था।
4. लेखिका के सभी पालतू जीव सोना को पसंद करते थे।
5. फ्लोरा के लिए सोना एक भरोसेमंद साथी थी।
5. “माली की भावुकता ने बिना बोले ही सब कुछ कह
दिया।" आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - जब लेखिका ने
पूछा कि सोना कहाँ है तब माली ने लेखिका
को सोना की मृत्यु के बारे में कुछ नहीं बताया, वह सिर्फ अपनी आंखें
पोंछने लगा। माली की भरी हुई आँखें
देख कर ही लेखिका समझ गई कि सोना के साथ अवश्य ही कोई अनहोनी हो गई है।
अर्थ-ग्रहण संबंधी प्रश्न (Questions Based on
Comprehension)
गोधूलि कूदकर कंधे पर
आ बैठी। हेमंत वसंत मेरे चारों और परिक्रमा करके हर्ष की ध्वनियों में मेरा स्वागत
करने लगे,
पर मेरी दृष्टि सोना को खोजने लगी। क्यों वह अपना उल्लास
व्यक्त करने के लिए मेरे सिर के ऊपर छलाँग नहीं लगाती?
सोना कहाँ हैं, पूछने पर माली आँखें पोंछने लगा और चपरासी,
चौकीदार एक-दूसरे का मुँह देखने लगे। वे लोग आने के साथ ही
मुझे कोई दुखद समाचार नहीं देना चाहते थे, परंतु माली की भावुकता ने बिना बोले ही सब कुछ कह दिया।
1. लेखिका की दृष्टि सोना को क्यों खोज रही थी?
उत्तर - लेखिका सोना
से प्रेम करती थी एवं सोना का भी लेखिका के प्रति अपने प्रेम को दर्शाने का एक अलग
ही तरीका था इसलिए लेखिका की दृष्टि सोना को खोज रही थी।
2. माली आँखें क्यों पोंछने लगा?
उत्तर - सोना को खो
देने के दुख और लेखिका की अनुपस्थिति में उसका ख्याल न रख पाने के आत्मबोध के कारण
माली आँखें पोंछने लगा।
3. (i) 'स्वागत' शब्द का संधि-विच्छेद कीजिए।
स्वागत = सु + आगत
(ii) 'भावुकता' शब्द में कौन- -सा प्रत्यय लगा है? लिखिए।
भावुकता = भावुक + ता
बात भाषा की
1. निम्नलिखित शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची
शब्द लिखिए
(क)
आँख- नेत्र , लोचन,
नयन
(ख)
पानी- जल,
नीर, वारि
(ग)
शरीर - देह, बदन,
तन
2. निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग एवं मूलशब्द को
अलग करके लिखिए
शब्द- उपसर्ग- मूलशब्द
असमर्थ = अ + समर्थ
अनाथ = अ + नाथ
विचित्र = वि + चित्र
प्रदर्शन = प्र +
दर्शन
वे शब्द
जिन्हें सार्थक खंडों में विभाजित नहीं किया जा सकता, रूढ़
शब्द कहलाते हैं; जैसे- घोड़ा, मोर
आदि।
3. पाठ में आए रूढ़ शब्द छाँटकर लिखिए-
गांठ
हिरण
मिट्टी
हीरे
मोती
दूध
शीशी
कमरा
4. निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए
(क)
वह वस्तु जो आसानी से प्राप्त न हो - दुर्लभ
(ख)
जिसके हृदय में दया हो - दयालु / दयावान
(ग)
वह स्थान जहाँ छात्र निवास करते हैं - छात्रावास
(घ)
जानने की इच्छा - जिज्ञासा
दो स्वरों
के मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे स्वर संधि कहते हैं; जैसे-
मत + परम + आत्मा = परमात्मा, शिक्षा + अर्थी = शिक्षार्थी, विद्या
+ आलय = विद्यालय
5. निम्नलिखित शब्दों की संधि कीजिए।
(क)
शैशव + अवस्था = शैशवावस्था
(ख)
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
(ग)
छात्र + आवास = छात्रावास
(घ)
दया + आनंद = दयानन्द
6. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के
उत्तर दीजिए
कभी-कभी मैं गिल्ल को
पकड़कर एक लंबे लिफाफे में इस प्रकार रख देती कि अगले दो पंजों और सिर के अतिरिक्त
सारा लघु गात लिनाने के भीतर बंद रहता। इस अद्भुत स्थिति में कभी-कभी घंटों मेज़ पर
दीवार के सहारे खड़ा रहकर वह अपनी चमकीली आँखों से मेरा कार्यकलाप देखा करता। भूख
लगने पर चिक्-चिक् करके मानो वह मुझे सूचना देता और काजू या बिस्कुट मिल जाने पर
उसी स्थिति में लिफ़ाने से बाहरवाले पंजों से पकड़कर उसे कुतरता रहता।
(क) गिल्लू किस स्थिति में रहकर लेखिका के
कार्यकलाप देखा करता था ?
उत्तर - पंजों और सिर
के अतिरिक्त सारा शरीर लिफाफे में बंद और दीवार के सहारे खड़े,
गिल्लू लेखिका के कार्यकलाप देखा करता था ।
(ख) भूख लगने पर गिल्लू किस प्रकार सूचना देता था?
उत्तर - भूख लगने पर
गिल्लू चिक्-चिक् करके सूचना देता।
(ग) लेखिका उसे खाने के लिए क्या देती थी?
उत्तर - लेखिका उसे
खाने के लिए काजू और बिस्कुट देती ।
(घ) निर्देशानुसार उत्तर दीजिए
(i) 'गात'
शब्द का अर्थ - शरीर / देह
(ii) 'चमकीली'
विशेषण की भाववाचक संज्ञा - चमक
ज्ञान परख
1. सदैव
एकवचन में प्रयुक्त होनेवाला शब्द है
(क)
हस्ताक्षर
(ख)
प्राण
(ग)
तेल (✔)
(घ)
आँसू
2. 'अहा
शीत है भागा घर को, मीठी मधु ऋतु आई।' इस पंक्ति में 'मधु'
का अर्थ है
(क)
मीठा
(ख)
वसंत (✔)
(ग)
शहद
(घ)
आँसू
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