Grade-6, Hindi, बरसात की आती हवा
बरसात
की आती हवा
वर्षा धुले आकाश से
या चंद्रमा के पास से
या बादलों की साँस से
मंद मदमाती हवा
बरसात की आती हवा ।
यह खेलती है ढाल से
ऊँचे शिखर के भाल से
आकाश से पाताल से
झकझोर लहराती हवा
बरसात की आती हवा।
यह खेलती तरुमाल से
यह खेलती हर डाल से
हरी लता के जाल से
अठखेलती इठलाती हवा
बरसात की आती हवा ।
यह खेलती तरुमाल से
यह खेलती हर डाल से
हरी लता के जाल से
अठखेलती इठलाती हवा
बरसात की आती हवा ।
यह शून्य से होकर प्रकट
नव- हर्ष से आगे झपट,
हर अंग से जाती लिपट
आनंद सरसाती हवा
बरसात की आती हवा |
- हरिवंशराय
बच्चन
शब्दार्थ
बरसात = वर्षा / बारिश
मदमाती = मस्त करनेवाली (fuddling)
ढाल = ढलान (slope)
झकझोर = तेज झोंका (jounce)
शिखर= पहाड़ की चोटी, पहाड़ का सबसे ऊपरी भाग (peak of the hill)
भाल = मस्तक (forehead)
तरुमाल = पेड़ों की पंक्ति (row of trees)
अठखेलती = खुशी से खेलती (playing joyfully)
शून्य= एकांत स्थान (lonely place, sky)
हर्ष= खुशी से (happily)
आनंद सरसाना = आनंद बढ़ाना (to feel more pleasure)
बहुविकल्पीय प्रश्न ( Multiple Choice
Questions)
सही उत्तर के सामने (✔) का निशान
लगाइए।
1. बरसात की
हवा कहाँ से आती है?
(क) वर्षा
धुले आकाश से (✔)
(ख) पाताल
से
(ग) धूप
से
(घ) घरों
से
2. बरसात की
हवा कैसी है?
(क) गर्म
(ख)
मदमस्त (✔)
(ग) बहुत
तेज़
(घ)
तूफ़ानी
3. बरसाती
हवा किससे अठखेलियाँ करती है?
(क)
पहाड़ों से
(ख) आकाश
से
(ग) हरी
लताओं के जाल से (✔)
(घ)
बादलों से
4. बरसात की
हवा किसका प्रतीक है?
(क) शोक
का
(ख) क्रोध
का
(ग) हर्ष
का (✔)
(घ)
संपन्नता का
प्रश्नोत्तरी
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type
Questions)
1.
प्रस्तुत कविता में कवि ने किसका वर्णन किया है?
उत्तर - प्रस्तुत कविता में कवि ने बरसात की हवा का वर्णन
किया है।
2.
बरसात की हवा कहाँ-कहाँ से आती है?
उत्तर - बरसात की हवा इन स्थानों से आती है-
क) वर्षा
से धुले आकाश से
ख) चंद्रमा के पास से
ग) बादलों की साँस से ।
3.
बरसात की हवा किस प्रकार आती है?
उत्तर - बरसात की हवा मंद मदमाती और आनंद सरसाती आती है?
4.
बरसात की हवा कब आती है?
उत्तर - बरसात की हवा वर्षा ऋतु में आती है
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type
Questions)
1.
बरसात की हवा किस-किसके साथ खेलती है?
उत्तर - बरसात की हवा पर्वत के ढाल, ऊँचे शिखर, आकाश, पाताल, तरुमाल और हरी
लताओं के साथ खेलती है।
2.
बरसात की हवा कहाँ-कहाँ से होकर गुज़रती है?
उत्तर - बरसात की हवा बादलों, पहाड़ों, पेड़ों और लताओं से होकर गुज़रती है।
3.
बरसात की हवा के लिए कवि ने किन-किन विशेषणों का प्रयोग
किया है?
उत्तर - बरसात की हवा के लिए कवि ने निम्नलिखित विशेषणों का
प्रगोग किया है -
1. मंद
2. मदमाती
3. लहराती
4. अठखेलती
5. इठलाती
6. आनंद
सरसराती
4.
बरसात की हवा किस प्रकार आगे बढ़ती है?
उत्तर - बरसात की हवा झकझोरती, लहराती, अठखेलती, इठलाती, नव-हर्ष से झपटती
और आनंद सरसराती आगे बढ़ती है ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type
Questions)
1.
कवि ने बरसात की हवा के लिए 'मदमाती', 'अठखेलती'
आदि विशेषणों का प्रयोग क्यों किया है? वर्णन
कीजिए ।
उत्तर - बरसात की मंद हवा धुले आकाश, चंद्रमा के पास
से मदमाती हुई आती है मानो भी प्रकृति के साथ रहना सीखा रही हो । वह वृक्षों की
पंक्तियों तथा लताओं के बीच में खेलती हुई अठखेलियां करती है और इठलाती है मानो
हमें भी अपनी तरह जीवन का भरपूर आनंद उठाने का संदेश दे रही है।
2.
बरसात की हवा के स्वभाव का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर- बरसात का
मौसम सभी का पसंदीदा होता है। झुलसा देने वाली गर्मियों के बाद बरसात की हवा सभी
को राहत देती है। यह हमें प्रकृति का भरपूर आनंद उठाने, खेलने और
मस्त रहते हुए तनाव से दूर रहना सिखाती
है। बरसात की हवा हमें सभी से मिलजुल कर रहना और खुश रहना सिखाती है।
3.
भाव स्पष्ट कीजिए- “यह शून्य से होकर प्रकट, नव-हर्ष
से आगे झपट,
हर अंग से जाती लिपट, आनंद सरसाती हवा।
उत्तर - बरसात के मौसम में कभी-कभी हवा ठहर जाती है और यह
ठहरी हुई हवा जब अचानक तेज़ चलने लगती है तो ऐसा लगता है कि शून्य से प्रकट हुई और
नव हर्ष से आगे झपट पड़ी। यह हवा जब हमारे शरीर को छूती है तो लगता है कि मानों
लिपट रही हो । वर्षा कि हवा का स्पर्श सभी को आनंद देता है ।
अर्थ-ग्रहण संबंधी प्रश्न (Questions Based on
Comprehension)
पद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के
उत्तर लिखिए
यह खेलती है ढाल से
ऊँचे शिखर के भाल से
आकाश से पाताल से
झकझोर लहराती हवा
बरसात की आती हवा।
1.
उपर्युक्त पंक्ति में 'यह' शब्द
का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
उत्तर - उपर्युक्त पंक्ति में 'यह' शब्द का प्रयोग 'बरसात कि हवा' लिए किया गया है
2.
बरसात की हवा किससे खेलती है?
उत्तर - बरसात की हवा पर्वत के ढाल, ऊँचे शिखर, आकाश और पाताल से
साथ खेलती है।
3.
'ऊँचे शिखर के भाल से' का क्या तात्पर्य है?
उत्तर - 'ऊँचे शिखर के भाल से' तात्पर्य 'पर्वत की चोटी' से है।
4.
पद्यांश में से विलोम -युग्म ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर - आकाश - पाताल; ढाल-शिखर।
भाषा ज्ञान
1.
निम्नलिखित शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची शब्द लिखिए
(क) हवा -
वायु, पवन, समीर
(ख)
चंद्रमा - शशि, चन्द्र, मयंक
(ग)
पर्यायवाची शब्द- जलद, नीरद, वारिद
(घ) आकाश
- व्योम, नभ, गगन
2.
निम्नलिखित शब्दों का वर्ण-विच्छेद कीजिए
(क) बादल
(ख) चंद्रमा (ग) मंद (घ) झकझोर
(क) बादल
= ब् + आ + द् + अ + ल् + अ
(ख)
चंद्रमा = च् + अ + न् + द् + र् + म् + आ
(ग) मंद =
म् + अ + न् + द् + अ
(घ) झकझोर
= झ् + अ + क् + अ + झ् + ओ + र् + अ
विशेषण
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, वे विशेषण कहलाते
हैं।
ये चार प्रकार के होते हैं-
1. गुणवाचक विशेषण
2. संख्यावाचक
विशेषण
3. परिमाणवाचक
विशेषण
4. सार्वनामिक
या संकेतवाचक विशेषण |
उदाहरण - मौसम सुहाना है।
इस वाक्य में 'सुहाना' शब्द 'मौसम' संज्ञा शब्द की विशेषता बता रहा है; अतः 'सुहाना' शब्द विशेषण है।
3.
निम्नलिखित वाक्यों में विशेषण शब्दों को रेखांकित कीजिए।
(क) आज
आकाश साफ़ है।
(ख)
बरसाती हवा ऊँचे पर्वत-शिखर को
छूकर आती है।
(ग) ठंडी हवा से मन आनंदित
हो उठता है।
(घ) हरी लताओं पर सुंदर फूल खिले हैं।
संज्ञा
नाम को ही संज्ञा कहते हैं।
इसके तीन भेद होते हैं-
1) व्यक्तिवाचक
संज्ञा
2) जातिवाचक
संज्ञा
3) भाववाचक
संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा से किसी
विशेष प्राणी, वस्तु या
स्थान के नाम का बोध होता है; जैसे- दिल्ली, हिमालय, राधा आदि।
जातिवाचक संज्ञा से किसी
प्राणी, वस्तु या
स्थान की संपूर्ण जाति का बोध होता है; जैसे-आदमी, पर्वत, शहर आदि ।
भाववाचक संज्ञा से किसी
प्राणी, स्थान, वस्तु आदि के गुण, दोष, दशा, स्वभाव आदि का
बोध होता है; जैसे-
सुंदरता, बचपन, मिठास आदि।
कविता से जातिवाचक तथा भाववाचक संज्ञा शब्द
छाँटकर लिखिए
भाववाचक संज्ञा - आनंद, हर्ष,
जातिवाचक संज्ञा - हवा, वर्षा, बादल, साँस, आकाश , डाल , शिखर, डाल
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