Class-6 (रुचिरा) अष्टमः पाठः - सूक्तिस्तबकः/NCERT book/CBSE Syllabus
अष्टमः पाठः
सूक्तिस्तबकः
शब्दार्थाः
बालादपि (बालात् + अपि)
|
मूर्ख/मूर्खो से, बच्चों से |
from foolish person /
child |
ग्रहीतव्यम् |
ग्रहण करना चाहिए |
Should be accepted |
युक्तम् |
उचित |
appropriate / correct |
उक्तम् |
कहा गया – |
told
/ said |
मनीषिभिः |
बुद्धिमानों के द्वारा |
by the scholars/ intellectuals |
रवेः |
सूर्य के |
of the sun |
अविषये |
नहीं रहने पर |
without, in absence |
प्रदीपस्य |
दीपक का |
of candle |
दरिद्रता |
दीनता/ कृपणता |
poverty |
प्रियवाक्यप्रदानेन |
प्रिय वचने बोलने से |
by using sweet words |
तुष्यन्ति |
संतुष्ट/ प्रसन्न होते हैं |
get satisfied |
मानवाः |
मनुष्य |
human beings |
तस्मात् |
इसलिए |
therefore |
वक्तव्यम् |
बोलना चाहिए |
should be spoken |
वचने |
बोलने मे |
in speaking |
साधितः |
उपयोग किया |
used |
भवेत् |
होगा / होना चाहिए |
should be |
सार्थकः |
अर्थपूर्ण/ प्रयोजन युक्त |
meaningful |
काकः |
कौआ |
crow |
कृष्णः |
काला |
black |
पिकः |
कोयल |
cuckoo |
पिककाकयोः |
कोयल और कौए में |
between cuckoo and crow |
प्राप्ते |
आने पर |
after |
गच्छन् |
जाता हुआ |
without movement |
पिपीलकः |
नर चींटी |
ant (he) |
याति |
जाता है |
goes |
योजनानाम् |
4 कोसों का (लगभग 12 कि.मी.) |
a measure of distance equal to 12 kms. |
शतानि |
सौ |
hundreds |
अगच्छन् |
न चलते हुए |
without movement |
वैनतेयः |
गरुड़ |
garuda |
अभ्यासः
1- सर्वान्
श्लोकान् सस्वरं गायत।
2- श्लोकांशान्
योजयत-
क |
ख |
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यं |
सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः। |
गच्छन् पिपीलको याति |
जीवने यो न सार्थकः। |
प्रियवाक्यप्रदानेन |
को भेदः पिककाकयोः।
|
किं भवेत् तेन पाठेन |
योजनानां शतान्यपि |
काकः कृष्णः पिकः कृष्णः |
वचने का दरिद्रता |
.
क |
ख |
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यं |
वचने का दरिद्रता |
गच्छन् पिपीलको याति |
योजनानां शतान्यपि |
प्रियवाक्यप्रदानेन |
सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः। |
किं भवेत् तेन पाठेन |
जीवने यो न सार्थकःज |
काकः कृष्णः पिकः कृष्णः |
को भेदः पिककाकयोः।
|
3. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-
क- सर्वे जन्तवः केन तुष्यन्ति?
उत्तर- सर्वे जन्तवः प्रियवाक्य प्रदानेन तुष्यन्ति ।
ख- पिककाकयोः भेदः कदा भवति?
उत्तर- पिककाकयोः भेदः
वसन्तसमये भवति।
ग- कः गच्छन् योजनानां शतान्यापि याति?
उत्तर- पिपीलको गच्छन् योजनानां शतान्यापि याति।
घ. अस्माभिः किं वक्तव्यम्?
उत्तर- अस्माभिः प्रियवाक्यं वक्तव्यम्।
4. उचितकथनानां समक्षम् ‘आम्’ अनुचितकथनानां
समक्षं – ‘न’ इति लिखत-
क- काकः कृष्णः न भवति। (न)
ख- अस्माभिः प्रियं वक्तव्यम्। (आम्)
ग- वसन्तसमये पिककाकयोः भेदः भवति। (आम्)
घ- वैनतेयः पशुः अस्ति।
(न)
ड- वचने दरिद्रता न कर्त्तव्या। (आम्)
5. मंजुषातः
समानार्थकानि पदानि चित्वा लिखत-
ग्रन्थे कोकिलः गरूड़ः सूर्यस्य कथने |
वचने कथने
वैनतेयः गरूड़
पुस्तके ग्रन्थे
रवेः सूर्यस्य
पिकः कोकिलः
6. विलोमपदानि योजयत-
सार्थकः |
आगच्छति |
कृष्णः |
श्वेतः |
अनुक्तम् |
दीपकस्य |
गच्छति |
उक्तम् |
प्रदीपस्य |
निरर्थकः |
.
सार्थकः |
निरर्थकः |
कृष्णः |
श्वेतः |
अनुक्तम् |
उक्तम् |
गच्छति |
आगच्छति |
प्रदीपस्य |
दीपकस्य |
I
would like to thank Mrs. Manju Gautam for contributing all the chapters of
Ruchira part-1 on this blog
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