Class-6 Sanskrit (रुचिरा) तृतीयः पाठः, अकारान्त – नपुंसलिंड़्गः /NCERT book/ CBSE Syllabus
तृतीयः
पाठः
अकारान्त
– नपुंसलिंड़्गः
एतत् किम्?
यह क्या है?
What is this?
एतत् खनित्रं आस्ति।
यह कुदाल है ।
This is a spade.
श्रमिका खनित्रं चालयति।
मजदूरनी कुदाल चलाती है ।
Labourer moves spade.
तत् किम् ?
वह क्या है ?
What is that?
तत विश्रामगृह अस्तिः।
वह विश्रामगृह है ।
That is a rest-house.
किम् अत्र भीत्तिकम् अस्तिः ?
क्या यहाँ दीवार है ।
Is there a wall here?
किम् अत्र भित्तिकम् न अस्ति ?
यहाँ दीवार नहीं है।
Here there is no wall.
एते अड़्ग्लीयके स्तः ।
ये दो अँगुठियाँ है।
These are two finger-rings.
सुवर्णकारः अड़्गलीयके रचयति।
सुनार अंगुठियाँ बनाता है।
Goldsmith makes finger-rings.
ते के?
वे दो क्या है?
What are those?
ते बसयाने स्तः।
वे दो बसे है।
Those are two buses?
ते बसयाने कुत्र गच्छतः?
वे बसे कहाँ जाती है?
Where do those buses go?
ते रेलस्थानकं गच्छतः।
वे बसे स्टेशन जाती हैं।
Those buses go to station.
एतानि कानि?
ये सब क्या है?
What are these?
एतानि करवस्त्राणि सन्ति।
ये रूमाल है।
These are handkerchiefs.
किम् एतानि पुराणानि?
क्या ये पुराने है?
Are these old?
न, एतानि
तु नूतनानि।
नहीं, ये तो नये है।
No, these are new.
तानि कानि?
ये सब क्या है?
What are all these?
तानि कदलीफलानि सन्ति।
ये सब केले है।
All these are bananas.
किं तानि मधुराणि?
क्या वे सब मीठे हैं?
Are all these sweet?
आम्, तानि
मधुराणि पोषकाणि, च।
हाँ, वे मीठे और पोषक है।
Yes, these are sweet and nutritious.
शब्दार्थः
एतत् (नपु.) |
यह |
it |
विश्रामगृहम |
विश्रामालय |
rest house |
अत्र |
यहाँ |
here |
भित्तिकम् |
घेरा, दीवार |
fence wall |
खनित्रम् |
कुदाल, खन्ति |
digging axe |
श्रमिका |
मजदूरनी |
female labour |
चालयति |
चलाती है |
moves / uses |
कुत्र |
कहाँ |
where |
गच्छतः |
जा रहे हैं / जा रही हैं |
are going |
रेलस्थानकम् |
स्टेशन |
railway station |
अड.गुलीयके |
दो अंगुठियाँ |
two rings |
स्तः |
है। |
are |
सुवर्णकारः |
सुनार/सोनार |
goldsmith |
एतानि |
ये (नपु. बहुवचन) |
these |
कदलीफलानि |
केले के फल |
bananas |
मधुराणि |
मीठे/ अच्छे |
sweet |
पोषकाणि |
पोषक |
nourishment |
करवस्त्राणि |
रूमाल |
handkerchiefs |
पुराणानि |
पुराने |
old |
नूतनानि |
नये |
new |
अभ्यास
(क) उच्चारणं
कुरुत।
फलम् |
गृहम् |
पात्रम् |
पुप्पम् |
द्वारम् |
विमानम् |
कमलम् |
पुस्तकम् |
सूत्रम् |
छत्रम् |
भवनम् |
जलम् |
(ख) चित्राणि
दृष्टवा पदानि उच्चारयत -
पर्णम्
क्रीड़नकम्
नारिकेलम्
संड.गणकम्
वातायानम्
सोपानम्
उद्यानम्
उपनेत्रम्
कड.क्तम्
2. (क) वर्णसंयोजनं कृत्वा पदं कोष्ठके
लिखत-
यथा- प् + अ + र् + ण् + अ + म्
= पर्णम्
ख् + अ + न् + इ + त् + र् + अ + म् = खनित्रम्
प् + उ + र् + आ + ण् + आ + न + इ
= पुराणानि
प् + ओ + ष् + अ + क् + आ + ण्
+ इ = पोषकाणि
क् + अ + ड. + अ + त् + अ + म् =
कंड.कतम्
(ख) अधोलिखितानां
पदानां वर्णविच्छेदं कुरुत -
यथा-
व्यजनम्- व् + अ + य् + अ + ज् + अ + न् + अ + म्
पुस्तकम् = प् + उ + स् + त्
+ अ + क् + अ + म्
भित्तिकम् = भ् + इ + त् + त्
+ इ + क् + अ + म्
नूतनानि = न् + ऊ + त् + अ
+ न् + आ + न् + इ
वातायनम् = व् + आ + त् + आ
+ य् + आ + न् + अ + म्
उपनेत्रम् = उ + प् + अ + न
+ ए + त् + र + म्
3. चित्राणि
दृष्ट्वा संस्कृतपदानि लिखत-
आम्रः (mango)
पत्रं/पर्णं (leaf-पर्ण/ पत्र)
विद्युत व्यजन (fan)
करवस्त्रम् (handkerchief)
सूत्रं (thread)
छत्रं (umbrella)
4. चित्रं
दृष्ट्वा उत्तरं लिखत-
यथा- किं पतति?
आम्रं पतति।
मयूरौ किं करोति?
म्यूरौ नृत्यतः।
एते के स्तः?
एते बालकः स्तः।
बालिकाः किं कुर्वन्ति?
बलिकाः पठन्ति।
कानि विकसन्ति?
पुष्पाणि विकसन्ति।
5.
निर्देशानुसारं वाक्यानि रचयत-
यथा-एतत् पतति। (बहुवचने) - एतानि पतन्ति।
(क) एते पर्ण स्तः। (बहुवचने) - एतानि
पर्णानि।
(ख) मयूरः नृत्यति। (बहुवचने) - मयूराः
नृत्यन्ति।
(ग) एतानि यानानि। (द्विवचने) - एते याने।
(घ) छात्रे लिखतः। (बहुवचने) - छात्राः लिखन्ति।
(ड.) नारिकेलं पतति। (द्विवचने) - नारिकेले
पतत:।
6. उचितपदानि
संयोज्यवाक्यानि रचयत-
कोकिले |
विकसति |
पवनः |
नृत्यन्ति |
पुषपम् |
उत्पतति |
खगः |
वहति |
मयूराः |
गर्जन्ति |
सिंहाः |
कूजतः |
.
कोकिले |
कूजतः |
पवनः |
वहति |
पुषपम् |
विकसति |
खगः |
उत्पतति |
मयूराः |
नृत्यन्ति |
सिंहाः |
गर्जन्ति |
I
would like to thank Mrs. Manju Gautam for contributing all the chapters of
Ruchira part-1 on this blog
Comments
Post a Comment