Class-4 Hindi (Rimjhim) पाठ 5 दोस्त की पोशाक / NCERT book / CBSE Syllabus
पाठ 5
दोस्त की पोशाक
तुम्हारे सवाल
कहानी
के बारे में कोई पाँच प्रश्न बनाकर नीचे दी गई जगह में लिखो। इन
प्रश्नों के उत्तर भी लिखो।
प्रश्न
- नसीरुद्दीन एक बार अपने किस पुराने दोस्त से मिले?
उत्तर
- नसीरुद्दीन एक बार अपने पुराने दोस्त जमाल साहब से मिले।
प्रश्न
- जमाल साहब ने मोहल्ले में घूमने जाने से क्यों मना कर दिया?
उत्तर
- जमाल साहब एक मामूली सी पोशाक में लोगों से नहीं मिलना चाहते थे, इसलिए
उन्होंने घूमने जाने से मना कर दिया|
प्रश्न
- नसीरुद्दीन ने जमाल साहब को पहनने के लिए कैसी अचकन दी?
उत्तर
- नसीरुद्दीन ने जमाल साहब को एक भड़कीली सी अचकन पहनने के लिए दी।
प्रश्न
- हुसैन साहब ने नसीरुद्दीन और जमाल साहब का स्वागत सत्कार कैसे किया?
उत्तर
-
हुसैन साहब ने गर्मजोशी से नसीरुद्दीन और जमाल साहब का स्वागत
सत्कार किया।
प्रश्न
- नसीरुद्दीन ने हुसैन साहब को अचकन के बारे में क्या कहा?
उत्तर
- नसीरुद्दीन ने हुसैन साहब से कहा कि जमाल साहब ने जो अचकन पहनी
है, वह उनकी है।
तुम्हारी
बात
नसीरुद्दीन
और जमाल साहब बनठन कर घूमने के लिए निकले।
(क) तुम बनठन कर कहाँ- कहाँ जाते हो?
उत्तर-
मैं बनठन कर घूमने और बर्थडे पार्टी में जाता जाती हूँ।
(ख) तुम किस-किस तरह से बनते-ठनते हो?
उत्तर-
हम नए कपड़े पहन कर वह अपने बाल संवार कर बनते-ठनते हैं।
तुम्हारी
समझ से
(क) तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने
नसीरुद्दीन से क्या कहा होगा?
उत्तर-
तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने नसीरुद्दीन को अचकन का एक बार फिर ज़िक्र
करने के लिए डाँटा होगा।
(ख) जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने
क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?
उत्तर-
जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने नहीं जाना चाहते होंगे क्योंकि ऐसा
करने पर उनकी हैसियत नसीरुद्दीन से कम नज़र आती।
(ग) नसीरुद्दीन अपनी अचकन के बारे में हमेशा
क्यों बताते होंगे?
उत्तर-
नसीरुद्दीन को संभवतः वह अचकन बहुत पसंद थी इसलिए वह उसका बार-बार ज़िक्र करते थे।
गपशप
जब
जमाल साहब और नसीरुद्दीन हुसैन साहब के घर से बाहर निकले तो उन्होंने अपनी बेगम को
नसीरुद्दीन और जमाल साहब से मुलाकात का किस्सा सुनाया। उन
दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई होगी? लिखकर बताओ।
बेगम
-
कौन आया था ?
हुसैन
साहब -
नसीरुद्दीन अपने दोस्त के साथ आया था।
बेगम
- (हँसते हुए) तो आज कौन सा कमाल किया उन्होंने?
हुसैन
साहब - कमाल तो कुछ नहीं,
पर कह रहे थे कि उनके दोस्त जमाल साहब ने जो अचकन पहन रखी है वह
जमाल साहब की ही है| भला यह भी कोई बताने की बात है|
बेगम- अरे
नहीं, नसीरुद्दीन यह बताना चाह रहे थे कि जमाल साहब ने
जो अचकन पहन रखी थी वह असल में नसीरुद्दीन की थी।
( हुसैन साहब और बेगम ठहाका लगाकर हँसते हैं। )
घूमना
फिरना
नसीरुद्दीन
ने कहा,
" चलो दोस्त, मोहल्ले में घूम आएँ।"
जब
नसीरुद्दीन अपने दोस्त से मिले, वे उसे अपना मोहल्ला दिखाने ले गए। जब तुम
अपने दोस्तों से मिलते हो, तब क्या-क्या करते हो?
जब
मैं अपने दोस्तों से मिलता हूँ तो मैं भी उन्हें मोहल्ला दिखाने ले जाता हूँ और
उनके साथ खेलता हूँ।
करके दिखाओ
नीचे
कुछ वाक्य लिखे हैं|
तुम्हें इनका अभिनय करना है। तुम चाहो
तो कहानी में देख सकते हो कि इन कामों का ज़िक्र कहाँ आया है।
बनठन कर घूमने के लिए निकलना।
घड़ों पानी पड़ना।
मुँह बनाकर शिकायत करना।
गर्म जोशी से स्वागत करना।
नाराज़ होना।
देखते ही रह जाना।
|
घड़ों
पानी पड़ना
नसीरुद्दीन
की बात सुनकर जमाल साहब पर तो मानो घड़ों पानी पड़ गया।
(क) घड़ों पानी पड़ना एक मुहावरा है।
इसका क्या मतलब हो सकता है? पता लगाओ।
तुम इसका मतलब पता करने के लिए अपने साथियों या बड़ों से बातचीत कर
सकते हो या शब्दकोश देख सकते हो।
घड़ों
पानी पड़ने का अर्थ है - लज्जित होना या शर्मसार होना।
(ख) इस मुहावरे को सुनकर मन में एक चित्र सा बनता है। तुम भी किन्हीं दो मुहावरों के बारे में चित्र बनाओ। कुछ मुहावरे हम दे देते हैं। तुम चाहो तो इनमें से कोई पसंद कर सकते हो-
सिर मुंडाते ही ओले पड़ना
ऊँट के मुँह में जीरा
दीया तले अँधेरा
ईद का चाँद
कौन
है कैसा
नसीरुद्दीन
एक भड़कीली अचकन निकाल कर लाए।
भड़कीली
शब्द बता रहा है कि अचकन कैसी थी। कहानी में से ऐसे ही कुछ और शब्द छाँटो जो किसी
के बारे में कुछ बताते हों। उन्हें छाँटकर नीचे दी गई जगह में लिखो।
देखें, कौन
सबसे ज्यादा ऐसे शब्द ढूँढ पाता है।
पुराना दोस्त
मामूली पोशाक
खास दोस्त
कई साल
अन्य पड़ोसी
भड़कीली, पुराना
जैसे शब्द किसी के बारे में कुछ खास या विशेष बात बता रहे हैं। इसलिए इन्हें विशेषण कहते हैं।
पास-पड़ोस
पड़ोस
के घर में जाकर नसीरुद्दीन पड़ोसी से मिले।
पर
क्या तुम उनके परिवार के बारे में जानते हो?
चलो, दोस्तों
के बारे में और जानकारी इकट्ठी करते हैं। यदि तुम चाहो
तो उनसे ये बातें पूछ सकते हो।
·
घर में कुल कितने लोग हैं?
·
उनके नाम क्या हैं?
·
उनकी आयु क्या है?
·
वे क्या काम करते हैं?
इस सूची में तुम अपने मन से बहुत से सवाल जोड़ सकते हो।
प्रश्न
|
(1)
|
(2)
|
(3)
|
घर में कुल कितने लोग हैं?
|
|||
उनके
नाम क्या हैं?
|
|||
उनकी
आयु क्या है?
|
|||
वे क्या काम करते हैं?
|
शब्दों
का हेरफेर
झूठा
- जूठा
इन
शब्दों को बोलकर देखो। ये मिलती-जुलती आवाज़ वाले शब्द हैं। ज़रा से अंतर से भी शब्द
का अर्थ बदल जाता है।
नीचे
इसी तरह के कुछ शब्दों के जोड़े दिए गए हैं। इन सब के अर्थ अलग-अलग
हैं। इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो।
घड़ा- गढ़ा
घूम- झूम
राज
-
राज़
फ़न
- फन
सजा
- सज़ा
खोल
- खौल
घड़ा
घड़े
में रखा पानी ठंडा होता है।
गढ़ा
विधाता
ने की सभी प्रकार के मनुष्यों को गढ़ा है।
घूम
चलो, चौराहे तक
घूम आते हैं।
झूम
कीर्तन
में लोग अक्सर भक्ति भाव में झूमने लगते हैं।
राज
जनता
के राज को ही प्रजातंत्र कहते हैं।
राज़
जादूगर
का राज़ सभी को पता चल गया।
फ़न
मेरी
मौसी बुनाई के फ़न में माहिर है।
फन
साँप
का फन देखकर भी वह नहीं डरा।
सजा
मेरी
दीदी का कमरा हमेशा सजा हुआ रहता है।
सज़ा
शिक्षक
की दी हुई सज़ा में हमारा हित निहित होता है।
खोल
उसने
नारियल के खोल से एक सुंदर सी झोपड़ी बनाई।
खौल
टूटी
हुई साइकिल देखकर अमित का खून गुस्से से खौलने लगा।
Comments
Post a Comment