Class-4 Hindi (Rimjhim) पाठ 1 मन के भोले-भाले बादल ?NCERT book / CBSE Syllabus
पाठ 1
मन के भोले-भाले बादल
झब्बर झब्बर बालों वाले
गुब्बारे से गालों वाले
लगे दौड़ने आसमान में
झूम-झूम कर काले बादल।
कुछ जोकर-से तोंद फुलाए
कुछ हाथी-से सूँड़ उठाए
कुछ
ऊँटों-से कूबड़ वाले
कुछ परियों-से पंख लगाए
आपस में टकराते रह-रह
शेरों से मतवाले बादल।
कुछ तो लगते हैं तूफ़ानी
कुछ रह-रह करते शैतानी
कुछ अपने थैलों से चुपके
झर-झर-झर बरसाते
पानी
नहीं किसी की सुनते कुछ भी
ढोलक-ढोल बजाते बादल।
रह-रह कर छत पर आ जाते
फिर चुपके ऊपर उड़ जाते
कभी-कभी जिद्दी बन करके
बाढ़ नदी-नालों में लाते
फिर भी लगते बहुत भले हैं
मन के भोले-भाले बादल।
- कल्पनाथ सिंह
तुम्हारी समझ से
कभी-कभी
जिद्दी बन करके
बाढ़ नदी-नालों में लाते
(क) बादल नदी नालों में बाढ़ कैसे लाते होंगे?
उत्तर- बादल
बहुत अधिक वर्षा करके नदी नालों में बाढ़ लाते होंगे।
नहीं
किसी की सुनते कुछ भी
ढोलक-ढोल बजाते बादल।
(ख) बादल ढोल कैसे बजाते होंगे?
उत्तर-
बादल गरज कर ढोल बजाते होंगे।
कुछ
तो लगते हैं तूफ़ानी
कुछ रह-रह करते शैतानी
(ग) बादल कैसी शैतानियाँ करते होंगे?
उत्तर-
बादल गरजकर, बरसकर और बिजली चमकाकर शैतानियाँ करते होंगे।
कैसा- कौन
कैसा
|
कौन
|
|
सूरज-सी
|
चमकीली
|
खाली
|
चंदा-सा
|
गोल
|
मुखड़ा
|
हाथी-सा
|
भारी
|
शरीर
|
जोकर-सा
|
मजाकिया
|
आदमी
|
परियों-सा
|
सुंदर
|
मन
|
गुब्बारे-सा
|
फूला
|
पेट
|
ढोलक-सा
|
ढम-ढम
|
बोल
|
कविता से आगे
(क) तूफ़ान क्या होता है? बादलों को तूफ़ानी क्यों कहा गया है?
उत्तर-
तूफान बहुत खराब मौसम होता है जिसमें तेज़ बारिश, बादलों की गरज और बिजली की चमक
के साथ तेज़ हवाएँ भी चलती हैं।
तूफ़ान में बादल भी गरज़ते हैं इसलिये बादलों को तूफ़ानी क्यों कहा गया है।
तूफ़ान में बादल भी गरज़ते हैं इसलिये बादलों को तूफ़ानी क्यों कहा गया है।
(ख) साल के किन-किन महीनों में ज़्यादा बादल छाते हैं?
उत्तर-
जुलाई और अगस्त के महीनों में ज़्यादा बादल छाते हैं।
(ग) कविता में काले बादलों की बात की गई है।
क्या बादल सचमुच काले होते हैं?
उत्तर-
हाँ, पानी से भरे हुए घने बादल काले ही दिखाई देते
हैं।
(घ) कक्षा में बातचीत करो और बताओ कि बादल किन-किन रंगों के होते हैं।
उत्तर- बादल
काले, सफेद और स्लेटी होते हैं। कभी-कभी सूरज की किरणों के कारण वे हल्के गुलाबी और केसरिया रंग के भी दिखाई देते
हैं।
कैसे-कैसे बादल
(क) तरह-तरह के बादलों के चित्र बनाओ।
काले
काले डरावने
गुब्बारे-से गालों वाले
(ख) कविता में बादलों को 'भोला' कहा गया है। इसके
अलावा बादलों के लिए और कौन-कौन सी शब्दों का इस्तेमाल किया गया है? नीचे लिखे अधूरे शब्दों को पूरा करो।
1) मतवाले
2) ज़िद्दी
3) शैतानी
4) तूफ़ानी
बारिश
की आवाज़ें
कुछ
अपने थैलों से चुपके
झर-झर-झर बरसाते
पानी
पानी
के बरसने की आवाज़ है झर-झर-झर!
पानी
के बरसने की कुछ और आवाजें लिखो।
1) रिमझिम
2) टप-टप
3) टिप-टिप
4) छम-छम
5) तड़-तड़
कैसे-कैसे पेड़
बादलों
की तरह पेड़ भी अलग-अलग आकार के होते हैं। कोई बरगद-सा फैला हुआ और कोई नारियल के
पेड़ जैसा ऊँचा और सीधा।
अपने
आसपास
अलग-अलग तरह के पेड़ देखो। तुम्हें
उनमें कौन-कौन से आकार दिखाई देते हैं? सब मिलकर
पेड़ों पर एक कविता भी तैयार करो।
मेरे
आस-पास के पेड़
मेरे
आस-पास देखो तो
कई
तरह के पेड़ों को
कोई
बबूल-से कांटे वाले,
कोई
आम-से मीठे वाले,
कोई
बरगद से घने-घने,
कोई
चीकू से छोटे-छोटे,
कोई
बादाम से ऊँचे-ऊँचे,
कोई
संतरे से नीचे-नीचे।
कितने
पेड़ बड़े हो गए,
मेरे
बड़े होते होते।
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