Class-3 Hindi (Rimjhim) पाठ - 9 कब आऊँ / NCERT / CBSE Syllabus
पाठ - 9
कब
आऊँ
कहानी
से
प्रश्न-
सेठ ने किस रंग में कपड़ा रंगने को कहा?
उत्तर-
सेठ ने हरा, पीला, सफ़ेद, लाल, नारंगी, नीला, आसमानी, काला और बैंगनी प्रंग के अतिरिक्त किसी रंग में कपड़ा रंगने को कहा।
प्रश्न- अवंती
ने कपड़ा अलमारी में बंद कर दिया। क्यों?
उत्तर-
अवंती ने कपड़ा अलमारी में बंद कर दिया क्योंकि वह सेठ का मंसूबा भाँप गया था।
प्रश्न-
सेठ कपड़ा लेने किस दिन आया होगा?
उत्तर-
सेट कपड़ा लेने कभी नहीं आया होगा।
कौन
छुपा है कहाँ?
नीचे
के वाक्यों में कुछ हरी - भरी सब्ज़ियों के नाम छुपे हैं। ढूँढ़ो तो ज़रा-
1- अब भागो भी, बारिश होने लगी है।
गोभी
2- मामू लीला मौसी कहाँ है?
मूली
3- शीला के पास बैग नहीं है।
बैंगन
4- रानी बोली - हमसे मत बोलो।
सेम
5- गोपाल कबूतर उड़ा दो।
पालक
सही
जोड़े मिलाओ
प्रशंसा- तारीफ़
बुलंद- ऊँची
बिल्कुल- कतई
ईर्ष्या- जलन
अवश्य- ज़रूर
मुहावरे
चित्रों
को देखो।
क्या इन्हें देखकर तुम्हें कुछ मुहावरे या कहावतें याद आती हैं?
उन्हें लिखो।
आरसी
-
हाथ कंगन को आरसी क्या?
आस्तीन- आस्तीन
का साँप
ग्यारह-
एक और एक ग्यारह
कहो
कहानी
विद्यालय, गुरुजी, छुट्टी, बंदर, डंडा, पेड़, केला, ताली, बच्चे, भूख।
इन
शब्दों को पढ़कर तुम्हारे मन में कुछ बातें आई होंगी। इन सब
चीज़ों के बारे में
एक छोटी-सी कहानी बनाओ और अपने साथियों को सुनाओ।
विद्यालय
का पहला दिन था।
गुरुजी कक्षा में पढ़ा रहे थे। आज भोजन की घंटी बजने में कुछ देर हो
गई। बच्चों को भूख लगने लगी। तभी विनोद ने खिड़की से
बाहर देखा तो पता
चला की घंटी बजाने का डंडा पेड़ पर बैठे बंदर के हाथ में है। उसने गुरुजी को बताया
तो उन्हें सारा माजरा समझ आया। बाहर जाकर सभी बच्चों
ने ताली बजाई। यह
देखकर बंदर भी ताली बजाने लगा और उसके हाथ से डंडा छूटकर नीचे गिर गया। इनाम के
तौर पर गुरुजी ने बंदर को केला दिया। तब कहीं जाकर बच्चों की खाना खाने की छुट्टी
की घंटी बजी।
उछालो
एक
रुमाल या कोई छोटा सा कपड़ा उछालकर देखो। किसका रुमाल सबसे ऊँचा
उछलता है?
रुमाल के साथ बिना कुछ बाँधे और ऊँचा कैसे उछाला जा सकता है?
रुमाल
के साथ बिना कुछ बाँधे और ऊँचा जाने के लिए रुमाल में गाँठ लगाई जा सकती है या उसे
गीला किया जा सकता है।
समझ-
समझदारी
रंगाई
शब्द रंग से बना है।
इसी तरह और शब्द बनाओ-
रंग - रंगाई
साफ़ - सफ़ाई
चढ़ - चढ़ाई
बुन - बुनाई
क्या समझे
जिन शब्दों के नीचे रेखा खिंची है, उनका मतलब
बताओ-
1-
मुझे बैंगनी रंग कतई अच्छा नहीं लगता। ( बिल्कुल)
2-
अवंती में सेठ का मंसूबा भाग लिया। ( इरादा)
3-
मैं तुम्हारा हुनर देखना चाहता हूँ। ( कौशल)
4-
सेठ बुलंद आवाज़ में बोला। ( वाणी/ बोल)
5- रंग के बारे में मेरी कोई खास पसंद तो है नहीं। ( विशेष)
कैसा
लगा आफ़ंती
आफ़ंती
के बारे में कुछ वाक्य लिखो। तुम उसके कपड़ों, शक्ल- सूरत, पालतू पशु, बुद्धि आदि के बारे में बता सकती हो।
1- आफ़ंती एक चतुर व्यक्ति था।
2- उसके चेहरे पर दाढ़ी - मूँछ थी।
3- वह सिर पर टोपी और एक लंबा चोगा पहनता था ।
4- उसके पास एक पालतू गधा था जिसकी वह अक्सर सवारी करता था।
कुछ
कलाकारी
कब आऊँ वाले किस्से को चित्र कथा के रूप में लिखो।
क्या
है फ़ालतू
कभी-कभी
हम अपनी बात करते हुए ऐसे शब्द भी बोल देते हैं, जिनकी कोई ज़रूरत नहीं होती।
इसी तरह इन वाक्यों में कुछ शब्द फ़ालतू हैं। उन्हें
ढूँढकर अलग करो-
बाज़ार
से हरा धनिया पत्ती
भी ले आना।
बाज़ार
से हरा धनिया भी ले आना।
एक
पीला पका पपीता काट
लो।
एक
पका पपीता काट लो।
अरे!
रस में इतनी सारी ठंडी
बर्फ़ क्यों डाल दी?
अरे!
रस में इतनी सारी बर्फ़ क्यों डाल दी?
ज़ेबा, बगीचे से
दो ताज़े नींबू तोड़
लो।
ज़ेबा, बगीचे से दो
नींबू तोड़ लो।
बेकार की फ़ालतू बात मत करो।
फ़ालतू
बात मत करो। / बेकार की बात मत करो।
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