Grade-3 Hindi, Lesson-6
पाठ - ६
विषय: छोटी -सी
बूँदें (कविता), ऋतुएँ , महीनों के नाम
विभाग : क
कविता पढ़कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए|
छोटी सी बूँदें
नीले-नीले अंबर की
हम छोटी-छोटी बूँदें हैं,
वर्षा के शीतल जल की
हम छोटी-छोटी बूँदें हैं|
बादलों की गोदी में बैठ
आकाश से हम धरती पर आतीं,
रिमझिम रिमझिम गीत सुनाकर
छमछम-छमछम जल बरसातीं |
फूलों का हम मुँह धो देतीं
पेड़ों को हमसे हरियाली,
जीवन-दान उसे मिल जाता
जिस प्राणी को हम छू लेतीं |
हम छोटी पर काम बड़े हैं
भरता सागर बूँदों से ही,
प्यास बुझाती, खुशियां लातीं
हरियाली धरती हमसे ही|
प्रश्न- बूँदें कैसी हैं?
उत्तर- बूँदें छोटी-छोटी हैं|
प्रश्न- बूँदें क्या-क्या काम करती हैं?
उत्तर- बूँदें धरती पर जल बरसाती हैं, प्यास बुझाती हैं और खुशियाँ लाती हैं|
प्रश्न- बूँदें आसमान से कैसे आती हैं?
उत्तर- बूँदें आसमान से बादलों की गोदी में बैठ कराती हैं|
प्रश्न- बूँदें किसका मुँह धोती हैं और किस को हरियाली देती हैं?
उत्तर- बूँदें फूलों का मुँह धोती हैं और पेड़ों को हरियाली देती हैं|
प्रश्न- इस कविता से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर- इस कविता से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जीवन में छोटी-छोटी चीजों का बड़ा महत्व होता है जैसे जल की छोटी-छोटी बूंदें धरती पर जीवन देती है|
विभाग ख
छोटी सी बूँदें कविता से संज्ञा शब्द ढूँढकर नीचे लिखिए|
अंबर, बूंदें,
जल, बादल, गोदी,
आकाश, धरती, गीत, मुँह, फूल, पेड़,
प्राणी, सागर
पानी हमारे लिए क्यों उपयोगी है और इसे कैसे बचाया जा सकता है? नीचे दिए गए कोष्ठकों
में लिखिए|
उपयोग
|
बचत
|
पीने, भोजन बनाने, नहाने, कपड़े धोने, बर्तन धोने,
सफाई करने और उद्योगों को चलाने में
|
व्यर्थ पानी न बहाना, टूटे हुए नलों की मरम्मत करना, पानी को शुद्ध करके पुनः उपयोग में लाना,
वर्षा के जल को संग्रहित करना
|
विभाग
: ग
बताइए कि यह चित्र किस ऋतु से संबंधित हैं? चित्र के सामने उस ऋतु का नाम लिखिए और प्रत्येक ऋतु के बारे में दो-दो वाक्य लिखिए|
शीत ऋतु
1.
शीत ऋतु में हम ऊनी कपड़े पहनते हैं|
2.
सर्दी के दिनों में अलाव जलाकर ताप लिया जाता है|
वर्षा ऋतु
1.
वर्षा ऋतु में आसमान से पानी बरसता है|
2.
इस ऋतु में हम रेनकोट और छातों का उपयोग करते हैं|
ग्रीष्म ऋतु
1.
ग्रीष्म ऋतु में तापमान अधिक होता है|
2.
ग्रीष्म ऋतु में हम सूती वस्त्र पहनते हैं|
पढ़िए और आनंद उठाइए!
जल जीवन का आधार
जल प्रकृति का है वरदान,
जीवन नहीं इस बिन आसान|
यही है जीवन का आधार,
मिलता इसी से है आहार|
गर्मी से राहत दिलवाए,
हर प्राणी की प्यास बुझाए|
आकुलता को दूर भगाए,
सबको निर्मल स्वच्छ बनाए|
धरती का श्रृंगार है जल,
हर प्राणी की आस है जल|
पेड़ों की हरियाली है जल,
इसकी कीमत को पहचानो,
सीमित है जल यह तुम जानो|
इसको ना तुम व्यर्थ गँवाओ,
अपनी जिम्मेदारी पहचानो|
वरना एक दिन ऐसा होगा
पानी बिलकुल ना बच पाएगा|
तब धरती का हर प्राणी,
पानी-पानी चिल्लाएगा|
जल प्रकृति का वरदान,
जीवन नहीं इस बिन आसान|
- आरती पासी ( यूरो स्कूल, ठाणे)
इस कविता में से छाँटकर कोई पाँच संज्ञा शब्द लिखिए|
प्रकृति
जल
धरती
प्राणी
पेड़
पानी
विभाग : घ
इन शब्दों से वाक्य बनाइए-
शब्द- अंबर
वाक्य- अंबर का रंग नीला है|
शब्द- शीतल
वाक्य- नदी का जल शीतल है|
शब्द- वर्षा
वाक्य- वर्षा की छोटी-छोटी बूँदें धरती पर पड़ती हैं|
शब्द- हरियाली
वाक्य- हरियाली सबके मन को भाती है|
शब्द- सागर
वाक्य- बूँद-बूँद से सागर भरता है|
विभाग
– ड़
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए|
प्रश्न - वर्तमान में कौन सी ऋतु चल रही है?
उत्तर
- वर्तमान में वर्षा ऋतु चल रही है|
प्रश्न - हिंदी महीनों के नाम क्रमानुसार लिखिए?
उत्तर - हिंदी महीनों के नाम -
1. जनवरी
2. फरवरी
3. मार्च
4. अप्रैल
5. मई
6. जून
7. जुलाई
8. अगस्त
9. सितंबर
10.
अक्टूबर/ अक्तूबर
11.
नवंबर
12.
दिसंबर
प्रश्न- बारिश किनके लिए उपयोगी होती है?
उत्तर- बारिश धरती के सभी प्राणियों के लिए उपयोगी होती है|
प्रश्न - अगर सर्वनाम नहीं होते तो क्या होता?
उत्तर- अगर सर्वनाम नहीं होते तो संख्याओं की पुनरावृति से वाक्य भद्दे लगते|
सर्वनाम संज्ञाओं की पुनरावृति रोककर वाक्यों को सौंदर्ययुक्त बनता है।
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गृह परियोजना / गृह संयोजन
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साल भर में आने वाले विभिन्न त्योहार किस महीने में आते हैं, पता करके लिखिए|
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इस कविता को अपनी नोटबुक में लिखिए|
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बच्चे को अपनी मातृभाषा के महीनों के नामों से अवगत कराएँ |
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