सन्युक्त अक्षरों (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र) का प्रयोग
सन्युक्त
अक्षरों (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र) का
प्रयोग
क् + ष = क्ष
त् + र = त्र
ज् + ञ = ज्ञ
श् + र = श्र
मिलाकर पढें
क्षत्रिय = क् + ष + त् + र + इ + य
पत्र = प + त् + र
ज्ञानी = ज् + ञ + आ + न + ई
श्रमिक = श् + र + म + इ + क
रक्षा = र + क् + ष + आ
कक्षा = क + क् + ष + आ
रक्षक = र + क् + ष + क
क्षेत्र = क् + ष + ए + त् + र
नेत्र = न + ए + त् + र
पत्र = प + त् + र
मात्र= म + आ + त् + र
ज्ञान = ज् + ञ + आ+ न
ज्ञात = ज् + ञ + आ + त
यज्ञ = य + ज् + ञ
श्रम = क् + ष + म
श्रवण = क् + ष + व + ण
सत्र = स + त् + र
त्रिभुज = त् + र + इ + भ + उ + ज
पढ़ने का अभ्यास करें
हमारी कक्षा
त्रिभुवन मेरा मित्र है | हम एक कक्षा में पढ़ते हैं | कक्षा में हमने पत्र
लिखना और त्रिकोण बनाना सीखा | विज्ञान की पुस्तक पढ़ना रुचिकर है |
सदा जीवों की रक्षा करो
सदा जीवों की रक्षा करो | देश के रक्षक बनों | ऋषि अपने आश्रम
में यज्ञ करते हैं | ऋषियों के उपदेश को श्रवण करो | श्रम करो | दूसरों को क्षमा
करो |
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